the jharokha news

300 बेगमों वाला नवाब, जो खुद नहीं पहन सका था अपनी जूतियां, अंग्रेज़ों ने कर दिया तड़ी पार

300 बेगमों वाला नवाब, जो खुद नहीं पहन सका था अपनी जूतियां, अंगेजों ने कर दिया तड़ी पार

300 बेगमों वाला नवाब: अवध का एक ऐसा नवाब जिसकी 3०० से अधिक बेगमें और सैकड़ों बच्चे थे। लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि जब अंग्रेजों ने अवध पर हमला किया तो यह नवाब अपनी जूतियां भी नहीं पहन सका था। हमेशा परीखाने में मस्त रहने वाले ऐश परस्ती इस नवाव को अंग्रेजों ने पहले गिरफ्तार किया और कुछ समय बाद उसे तड़ीपार कर दिया। जी हां हम बात कर रहे हैं अवध के आखिरी नवाब वाजिद अली शाह की।

नवाब वाजिद अली शाह (Nawab Wajid Ali Shah) का नाम सुनते ही लोग तपाक से बोल पड़ते हैं , वही न, जो अपनी जूतियां खुद न पहन पाने के चलते अंग्रेज़ों के हाथों गिरफ्तार कर लिए गए थे। इसके बाद उनके नाच-गानों, आशिक मीजाजी और नवाबी शौक़ के चर्चे शुरू हो जाते हैं। इतिहास के पन्नों में कई बार कुछ किरदार गलतफहमी का शिकार हो जाते हैं। ऐसे ही एक किरदार नवाब वाजिद अली शाह भी हैं। हलांकि जूतियां न पहने और भैंस का पेशाब देख कर बरसात होने की बात करना दोनो ही उनकी विशेषता से मेल नहीं खाते।
नवाब वाजिद अली शाह अपनी किताब ‘ इश्कनामा’ में लिखते हैं कि उन्हें औरत और मर्द के रिश्ते का पहला अहसास 8 साल की उम्र में रहीमन नाम की अधेड़ बांदी ने करवाया था।

  ठाकुर जी को चढ़ाएं तुलसी के पत्ते मिलेगा पुण्य

नवाब वाजिद अली शाह (Nawab Wajid Ali Shah) ने करीब 300 शादियां कीं और तलाक़ भी खूब दिए। इनमें से कुछ मुताह थे। जिन्हें आज समय में कांट्रैक्ट शादी कहा जाता है। कहा जाता है कि नवाब वाजिद शाह की 300 बगमों में से सबसे प्रिय बेग़म सरफराज़ महल थीं। सरफराज के बारे में कहा जाता है कि वह एक हिंदू थीं और शादी के करीब 10 साल सरफराज़ ने इस्लाम कबूल कर लिया। सरफरारज के इस्लाम कबूल करने के कुछ साल बाद नवाब से उनका तलाक हो गया। वहीं दूसरी तरफ नवाब की पहली मुताह (कांट्रैक्ट) वाली बीवी माशूक महल से उनका संबंध 30 साल चला। कहा जाता है कि तलाक की सबसे बड़ी वजह बेगमों और उनके बच्चों के बढ़ते खर्चे और नवाब के समय न देने के चलते होने वाले झगड़े होते थे, जिसकी वजह से नवाब वाजिद अली शाह को तलाक देने पड़ते थे।

  Kinnar Kailash, किन्नर कैलाश, दुर्गम यात्रा, अनोखी है दास्तान, दिन में कई बार रंग बदलता है शिवलिंग

काले रंग के दिवाने थे नवाब वाजिद अली शाह (Nawab Wajid Ali Shah)

नवाब वाजिद अली शाह (Nawab Wajid Ali Shah) के बारे में एक खास बात है। वह गोरी नहीं बल्कि गहरे रंग की चमड़ी के कद्रदान थे। नवाब के बारे में कह जाता है कि उन्होंने अरब व्यापारियों की अफ्रीकी गुलाम औरतों से भी निकाह किए, इनमें से कुछ उनकी अंगरक्षक की तरह रहती थीं। इन्हीं काली कचमड़ी वाली औरतों में से एक थीं बेगम अजायब खातून। यह नाम उन्हें नवाब ने दिया था।

परियों के लिए थे खास इंतजाम

नवाब वाजिद अली शाह (Nawab Wajid Ali Shah) की चहेती औरतों की लिस्ट बड़ी लंबी है। कहा जाता है कि नवाब ने अपनी ‘परियों’ (वह औरतें जो नवाब के हरम में रहती थी) के लिए कई इंतज़ामात भी किए। उन्होंने अपनी किताब ‘इश्कनामा’ में अपने प्रेम के अनुभवों को खुल के लिखा है। इसमें उन्होंने बताया है कि परीखाना में 180 से अधिक औरतों को संगीत सिखाने के लिए नौकरी पर रखा गया था। परीखाना की बेगमों, महलों और परियों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी भी महिलाओं की थी।








Read Previous

History of Maharaja Ranjit Singh : महाराजा रणजीत सिंह ने बनवाया था शिव मंदिर; नहीं होती पूजा, सूख गया तालाब भी

Read Next

घर पर गिरा फाइटर जेट, तीन महिलाओं की मौत, पायलट सुरक्षित