
राजस्थान के उदयपुर में एक महिला टीचर को पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाना महंगा पड़ गया। बताया जा रहा है कि इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि स्कूल प्रबंधन ने आननफानन में बैठक कर अध्यापिका को बर्खाश्त कर दिया। यही नहीं इस महिला अध्यापिका के खिलाफ वहां के स्थानीय अंबामाता थाने में शिकायत भी दर्ज करवा दिया है। हलांकि पुलिका कहना है कि वह इस मामले की जांच कर रही है।
दर असल 24 अक्टूबर रविवार को भारत-पाकिस्तान के बीच टी-20 मुकाबले के बाद अध्यापिका नफीसा अटारी ने अपने वॉट्सऐप पर पाकिस्तान की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा था कि हम जीत गए। बताया जा रहा है कि यह मैसेज एक बच्चे पिता ने देखा तो अध्यापिका नफीसा को फोन कर पूछा की क्या आप पाकिस्तान को सपोर्ट करती हैं, इसका जवाब अध्यापाकि ने हां में दिया। इस पर बच्चे के पिता ने स्कूल प्रबंधन को फोन कर आपत्ति जताई। मामला जब बढ़ा तो स्कूल प्रबंधन ने बैठक रक अध्यापिका नफीसा अटारी को नौकरी से बर्खाश्त कर दिया
उधर, अपनी सफाई में अध्यापिका नफीसा अटारी ने माफी मांगते हुए कहा कि सर! मैं तो मजाक कर रही थी, आपने तो बर्खाश्त ही कर दिया। एक वीडियो जारी नफीसा ने माफी मांगते हुए कहा कि हम क्रिकेट मैच देख रहे थे। हम अपनी-अपनी टीम को सपोर्ट कर रहे थे।
इसका ये मतलब नहीं था कि मैं पाकिस्तान को सपोर्ट कर रही हूं। किसी ने मुझे मैसेज किया कि आप पाकिस्तान को सपोर्ट कर रहे हो, हंसी-मजाक का मूड चल रहा था। मैंने हां कह दिया। इसका मतलब कहीं भी ये नहीं है कि मैं पाकिस्तान को सपोर्ट करती हूं। मैं भारतीय हूं और भारत से प्यार करती हूं। मैंने खुद एहसास किया कि ये गलत हो गया है तो मैंने स्टेटस डिलीट कर दिया।